उत्तराखंड में वन्य जीव विहार प्रकृति में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं पाये जाते हैं। और उस क्षेत्र के जीव जंतु को एक स्थान पर एकत्रित किया जाता है। और उस क्षेत्र में वहां के जीव-जंतुओं एक जगह पर इकट्ठा करके प्रदर्शनी लगाई जाती है। जिस से यहाँ के जीव जन्तु के बारे में जान सके। यह जीव निम्न क्षेत्रों में स्थित है।
बिनसर वन्य जीव विहार (अल्मोड़ा)
बिनसर वन्य जीव विहार अल्मोड़ा जनपद मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस वन्य जीव विहार की स्थापना सन 1988 में की गयी थी। यह वन्य जीव विहार अल्मोड़ा बागेश्वर जनपद की सीमा मैं फैला हुआ है। यहाँ पर निम्न प्रकार के जीव जैसे तेंदुआ, काला भालू, शुरू, काकड़, व जंगली बिल्ली आदि जीव पाये जाते हैं।
केदारनाथ पशु विहार (रुद्रप्रयाग ,चमोली)

केदारनाथ पशु विहार जो रुद्रप्रयाग और चमोली जनपद के उत्तरी पश्चिमी भाग में विस्तृत है। सन 1972 में यहां पशु विहार स्थापित किया गया। इस पशु विहार का क्षेत्रफल 957 वर्ग किलोमीटर है। यहां पर पायें जाने वाले प्रमुख वन्य जीव प्रजातियां में कस्तूरी मृग, तेंदुआ, बाग, हिमालय भूरा भालू, आदि और पशु पक्षियों जैसे हिंवाल, माेनाल तथा अन्य दुर्लभ पक्षी पाए जाते हैं।
मालन पशु विहार (पाैडी)
मालन पशु विहार पौड़ी जनपद में लैंसडौन के वन खण्ड के वनाच्छादित क्षेत्र में विस्तृत है। इसका विस्तार चीनी तथा कोटद्वार मध्य है। किसका भौगोलिक क्षेत्रफल लगभग 100 वर्ग किलोमीटर है । यह पशु विहार बाबर तथा शिवालिक की पहाड़ी में विस्तृत है। इस पुष्प विहार में पाये जाने वाली प्रमुख वन्य जीव प्रजातियों में शेर, चीता, काला भालू, नील गाय, सांभर, बारसिंगा, तथा चीतल आदि प्रमुख हैं।
गोविंद वन्य जीव विहार (उत्तरकाशी)
गोविंद पशु विहार उत्तरकाशी में विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी हर की दून में फैला है जह पशु विहार उत्तरकाशी जनपद में टोंस नदी के जल प्रवाह क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश राज्य की सीमा के निकटतम क्षेत्र में विस्तृत है। तथा इसकी स्थापना 1955 मैं हुई थी। तथा इसका क्षेत्रफल 485.89 किलोमीटर में फैला हुआ है।
अस्कोट वन्य जीव विहार (पिथौरागढ)

अस्कोट वन्य जीव विहार की स्थापना सन् 1986 में हुई। यहां पर पिथौरागढ़ जनपद मैं स्थित 599.93 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां हिम बाध, भालू(लाल), कस्तूरी मृग, आदि वन्य जीव पाये जाते हैं।
सोना नदी वन्य जीव विहार (पाेैडी)
सोना वन्य जीव विहार पौड़ी जनपद में स्थित वन्य जीव विहार की स्थापना 1987 में हुई इस वन्य जीव विहार का संचालन लैंसडौन मुख्यालय से होता है। यहां पर हाथी, शेर, गुलदार, अजगर, मगरमच्छ, घड़ियाल, आदि जीव पाये जाते हैं।
मसूरी वन्य जीव विहार (देहरादून)
मसूरी वन्य जीव विहार जो देहरादून से मसूरी के समीप स्थित है। जिसकी स्थापना 1993 मैं हुई थी तथा यह वन्य जीव विहार 339.74 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है तथा यहां पर किस्म किस्म के जीव जैसे घुरड, काकड़, भालू, गुलदार, तीतर, बटेर, चकाेर, आदि वन्य जीव पाये जाते हैं।
नंधाैर वन्य जीव अभयारण्य (नैनीताल, चंपावत)
नंधाैर वन्य जीव अभ्यारण की स्थापना 2012 में हुयी थीं। तथा यह नैनीताल चंपावत मैं इसका निर्माण हुआ था। तथा यह 269.96 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर वन्य जीव काे रखा गया है जैसे-घुरड, काकड़, भालू, गुलदार, तीतर, बटेर, चक्कर, आदि जीव जन्तु काे रखा गया है।
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