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उत्तराखंड में उद्योग धंधे कौन-कौन से हैं?

उत्तराखंड में वन संपदा खनन संपदा जल संपदा का अथक भंडार है किंतु यहां पर उपलब्ध संसाधनों कच्चे माल से संबंधित उद्योगों का विस्तार नहीं हो पाया है। इसका मुख्य कारण यातायात व्यवस्था ना होने के कारण यहां पर उपलब्ध कच्चे माल जैसे लकड़ी मैंने साइड , खड़िया, ऊन, आदि से संबंधित उद्योगों की अपार संभावना थीं। तथा यह उद्योग निम्नलिखित है। सूती वस्त्र उद्यो

उत्तराखंड के उद्योग धंधे
सूती वस्त्र उद्योग

सूती वस्त्र उद्योग

सूती वस्त्र उद्योग उधम सिंह नगर में स्थित काशीपुर में बहुत पहले सूती मिल की स्थापना हुई थी। उस समय कृषि पर आधारित उद्योगों मैं यह सबसे महत्वपूर्ण उद्योग था । देहरादून में सूती वस्त्रों उद्योगों के बड़े-बड़े कारखाने हैं। तथा उद्योग वर्तमान समय तक चले आ रहे हैं।

ऊनी वस्त्र उद्योग

ऊनी वस्त्र उद्योग बकरी और भेड़ के बाल से प्राप्त होता है। तथा बकरी व भेड़ पालन और इनसे प्राप्त ऊन से विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का उत्पादन करना उत्तराखंड के समस्त जिलों में यहाँ के लाेगाें का पारस्परिक व्यवसाय रहा है।

उनकी बढ़ती मांग को देखकर पशुपालन विभाग ने भी पिछले वर्षों में भेड पालन पर बहुत जाेर दिया हैं। यह उघाेग कुटीर उद्योग के रूप में सभी जनपदों में संचालित है। किंतु विशेष रुप से यह उद्योग बागेश्वर एवं अल्मोड़ा जिले में संचालित है।

वन पर आधारित उद्योग

वहां पर आधारित कई प्रकार के उघाेग है तथा यह वन हिमालय क्षेत्र में सबसे अधिक मात्रा में पायें जातें हैं तथा यह वन हमारे जीवन के लिए बहुत मूल्य हैं। तथा इन वनाें से लकड़ी के मेज कुर्सियां, दरवाजे, खिड़कियां, चारपाई, डिब्बे, खिलौने, आदि में भी प्रयोग किया जाता है। तथा यह उद्योग हल्द्वानी, हरिद्वार, नैनीताल, रामनगर, लाल कुआं, सितारगंज, टकनपुर, काशीपुर, जसपुर, आदि क्षेत्र में लकड़ी के उद्योग हैं।

चाय का उद्योग

उत्तराखंड के उद्योग धंधे
औषधि निर्माण फैक्ट्री

चाय का उद्योग कौसानी एवं चमोली जनपद के नारी क्षेत्र में उत्तम किस्म की ऑर्गेनिक चाय का उत्पादन शुरू हो गया है। उत्पादित चाय के नमूने विभिन्न देशों में भेजे जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर उत्तम पाई जाती है कौसानी चाय फैक्ट्री कुमाऊं मंडल विकास निगम ने 2001 में ऑर्गेनिक चाय का उत्पादन प्रारंभ किया है ।

कौसानी व नॉटी में पैदा होने वाली चाय के नमूने जर्मनी कनाडा कुवैत अमेरिका जापान आज देश में भेजे जाते हैं तथा यह चाय उत्तम पायी जाती है। वर्तमान में रामेश्वर अल्मोड़ा तथा नॉटी चमोली में काश्तकारों की निजी भूमि पार बागान विकसित किए गये है। तथा यहां पर चाय उद्योग का उत्तम भविष्य है।

प्राकृतिक संसाधन पर आधारित उद्योग

उत्तराखंड में जड़ी बूटियों का आधारित उद्योगों के विकास की असीमित संभावनाएं है। इसलिये सरकार ने जड़ी बूटियों के संरक्षण संवर्धन प्रसंस्करण एवं विपणन पर मुख्य रूप से बल दिया गया है। उत्तराखंड प्राकृतिक संसाधन के आधार पर लगभग 2000 से अधिक प्रकार की जड़ी बूटियां पायी जाती है। जिनकी कीमत 500 करोड़ हनुमानित की गई है।

औषधि निर्माण उद्योग

औषधि निर्माण उद्योग देहरादून के समीप वीरभद्र नामक पर इण्डिया डग्स फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड नाम से औषधि निर्माण का कारखाना है हल्द्वानी में कत्था फैक्ट्री है। इसके अंतरिक्त देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, और नैनीताल, मैं औषधि निर्माण केंद्र हैं।

उत्तराखंड के उद्योग धंधे
केमिकल उत्पादन

रासायनिक पर आधारित उद्योग

उत्तराखंड के अनेक स्थानों पर पंजीकृत औद्योगिक इकाइयां स्थापित है। इसमें हल्द्वानी काशीपुर, बीजपुर, और रुद्रपुर इकाइयों द्वारा रंग, वीनिश, गन्धराल,गन्धक की गडडी संश्लेषित प्रक्षालक धुलाई का साबुन जस्ता सल्फेट बीब्राेन आदि का उत्पादन किया जाता हैं।

सीमेन्ट उधाेग

उत्तराखंड में चूने के विशाल भंडारा है। इस कारण यहां पर सीमेंट उद्योग आसानी से स्थापित हो गया है। यहां पर मुख्य फैक्ट्रियां हैं। सटेॉडिया कैमिकल लिमिटेड ( ऋषिकेश) कुआँवाला सीमेंट फैक्ट्री दुनियाले गाँव (राजपुर) , रानीपोखरी सीमेंट फैक्ट्री आदि रिस्पना नदी के किनारे अनेक चूने की भटिठयाँ हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ मारबल चिप्स के भी कारखाने हैं।

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