लोकतंत्र में लोगों की अपेक्षा रहती है, कि सरकार उनके कल्याण के लिए कार्य करें। या शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार प्रदान करने एवं गृह निर्माण, सड़कों के विकास तथा बिजली आदि उपलब्ध कराने के माध्यम से हो सकता है।
इस अध्याय में हम स्वास्थ्य के अर्थ और उसके संबंधित समस्याओं को जांचेगे। और स्वास्थ्य में सरकार की क्या भूमिका है।
स्वास्थ्य का अर्थ क्या है?
स्वास्थ्य का अर्थ है, हमारा बीमारियों और चोट आदि से मुक्त रहना। लेकिन स्वास्थ्य केवल बीमारियों से संबंधित नहीं है। बीमारी के अलावा हमारे लिए उन कारणों पर भी विचार करना आवश्यक है, जो हमारे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं।

उदाहरण के लिए: यदि लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी और प्रदूषण मुक्त वातावरण मिले, तो वे सामान्यता स्वस्थ रहेंगे। दूसरी ओर यदि लोगों को भरपेट भोजन ना मिले अथवा उन्हें घुटन भरी अवस्था में रहना पड़े तो उनके बीमार पड़ने की संभावना अधिक है।
स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के कुछ पहलुओं का परीक्षण करें। बीमारियों से बचाव और उनके उपचार के लिए हमें उचित स्वास्थ्य सेवाएं चाहिए। जैसे स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल, परीक्षणों के लिए प्रयोगशाला, एंबुलेंस की सुविधाएं, ब्लड बैंक आदि, जो मरीजों को आवश्यक सेवा और देखभाल उपलब्ध करा सकें।
ऐसी सुविधाओं की व्यवस्था को चलाने के लिए हमें स्वास्थ्य सेवकों, नर्स, योग्य डॉक्टरों तथा अन्य विशेषज्ञों की जरूरत है। जो परामर्श दे सके, रोग की पहचान कर सके और इलाज कर सके।मरीजों के इलाज के लिए हमें आवश्यक दवाइयां व उपकरण भी चाहिए।
जब हम बीमार होते हैं तो अपने इलाज के लिए हमें इन सुविधाओं की जरूरत पड़ती है। भारत में बड़ी संख्या में डॉक्टर, दवाखाने और अस्पताल है। देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को चलाने का पर्याप्त अनुभव और ज्ञान भी उपलब्ध है। यह ऐसे चिकित्सालय और स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिन्हें सरकार चलाती है।
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रकार
भारत में स्वास्थ्य सेवाएं दो प्रकार के हैं।
- सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं
- निजी स्वास्थ्य सेवाएं
सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं किसे कहते है?
सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं, स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों की एक श्रंखला है, जो सरकार द्वारा चलाई जाती है यह केंद्र व हस्पताल आपस में जुड़े हुए हैं,जिससे यह शायरी वह ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को सुविधाएं प्रदान करते हैं और सभी बीमारियों का इलाज प्रदान करते हैं। ग्राम के स्तर पर एक स्वास्थ्य केंद्र होता है, जहां पर आए एक नर्स और एक ग्राम स्वास्थ्य सेवा रहता है। इन्हें सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए पशिक्षण दिया जाता है और वे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों की देखरेख में कार्य करते हैं।
यीशु स्वास्थ्य सेवाओं को कई कारणों से सार्वजनिक कहा जाता है।सरकार ने सभी नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की वचनबद्धता को पूरा करने के लिए यह अस्पताल तथा स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए हैं। इन सेवाओं को चलाने के लिए धनुष पैसे से आता है जो लोग सरकार को टैक्स के रूप में देते हैं। इसलिए यह सुविधाएं सबके लिए है।
निजी स्वास्थ्य सेवाएं किसे कहते है?
हमारे देश में कई तरह की निजी स्वास्थ्य सेवाएं पाई जाती हैं। बड़ी संख्या में डॉक्टर अपने निजी दवाखाने चलाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पंजीकृत चिकित्सा व्यवसाई मिल जाते हैं।शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में डॉक्टर हैं जिनमें से बहुत से विशेषज्ञ की सेवाएं प्रदान करते हैं। निजी रूप से चलाए जा रहे अस्पताल व नर्स होम भी है।
काफी संख्या में प्रयोगशाला में हैं, जो परीक्षण करती है। वह विशिष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराती है, जैसे एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड आदि ऐसी दुकानें भी है, जहां से हम दवा या खरीदते हैं।