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सुरकंडा देवी मंदिर कहां स्थित है?

सुरकंडा देवी मंदिर भारत देश के उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले में स्थित है तथा यहां मंदिर एक प्राचीन मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में मैं हुआ था। तथा वर्तमान समय में इसका फिर से पुनर्निर्माण किया गया। यह मंदिर समुद्र तल से 2750 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तथा यह मंदिर पश्चिम भाग में स्थित है।

जाे टिहरी जिला मुख्यालय से 41 किलोमीटर की दूरी पर चंबा मसूरी रोड पर कछुकाल नामक स्थान पर हैं। यहां से 2 किलोमीटर की पैदल यात्रा के द्वारा माता सुरकंडा देवी का मंदिर पहुंचा जाता है। तथा यह मंदिर घने जंगलों के बीच बनाया गया है।

सुरकंडा देवी का प्राचीन मंदिर
सुरकंडा देवी का प्राचीन मंदिर

सुरकंडा देवी का इतिहास

माना जाता है कि भगवान शिव की पत्नी सती राजा दक्ष की पुत्री थी। लेकिन दक्ष की पुत्री को शिव काे पत्नी रूप में स्वीकार करना पसंद नहीं था लेकिन राजा नें सभी राजाओं के द्वारा एक यज्ञ करने का निर्णय लिया गया । लेकिन सभी देवी देवताओं को न्योता दिया गया परंतु शिव को इसी यज्ञ में बुलाने से मना किया था।

लेकिन दक्ष की पुत्री शिव को ना बुलाने से क्रोधित होकर अग्नि ज्वाला में कूद गए। जैसे शिव को पत्नी सती की मृत्यु का समाचार मिला ताे वह अत्यंत दुखी और नाराज हो गए। लेकिन सती की माता ने उनका पार्थिक शरीर लेकर हिमालय की ओर चल पड़ी । लेकिन शिव ने गुस्से में पृथ्वी पर तांडव मजा दिया कि सती के मृत शरीर को पूरे ब्रह्मांड में घुमा रहते हैं।

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ऐसे समय भगवान विष्णु देखा और उस शरीर को अपने सुदर्शन चक्र से काट दिया। जो सती का शरीर 51 भागों में विभाजित हो गया। जिससे सती का सिर इस स्थान पर गिरा था। तभी से आज तक ऐस स्थान को सुरकंडा देवी के नाम से जाना जाता है। तथा शक्ति का शरीर का भाग जिस जिस स्थान पर गिरा था वाे शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है।

सुरकंडा देवी प्रसाद के रूप में

सुरकंडा देवी मंदिर
सुरकंडा देव मंदिर

सुरकंडा देवी प्रसाद के रूप में की राैंसली पत्तियां दी जाती है। जो औषधि भरपूर मात्रा में गुण देती है। तथा इस पेड़ काे देवदार का पेड़ भी कहा जाता है। तथा पतियों को जिस स्थान पर भी रखा जाता है वह शुद्ध मानी जाती है। तथा इसका प्रयोग लकड़ी में किया जाता है। माना जाता है कि जो भी इस मंदिर में आता है उसकी मुरादें जरूर पूरी होती है। तथा यहां पर हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। तथा यहां पर जो भी व्यक्ति आता है वह खाली हाथ लौट के नहीं जाते हैं

प्राकृतिक सौंदर्य

सुरकंडा देवी मंदिर जंगल के बीच में बसा एक पवित्र मंदिर है। जहां पर आपको पेड़ों की किस्म किस्म और आपको वहां पर कई प्रकार के पशु पक्षियों में देखने को मिलेंगे। तथा वहां की सुंदरता देख को देखकर आपको बहुत पसंद करेंगें। तथा वहां पर मंदिर की सुंदरता को मन ही मन मोहित हो जाओगे , तथा वहां पर आपको पर्वत भी दिखाई देंगे। तथा यह मंदिर पहाड़ के बीच में बसा एक समतल भूमि पर है। तथा यह मंदिर त्रिकूट पर्वत पर स्थित है।

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