आवांटन सिद्धांत (Scattering of light) से आप भलीभांति परिचित होंगे। यही सिद्धांत हमें बताता है कि सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य क्यों लाल या भूरा दिखता है, जबकि दिन के बाकी समय वह सफेद दिखता है। यही कारण है कि हम आसमान में विभिन्न रंगों को देख पाते हैं। आइए, इसके पीछे के विज्ञान को समझते हैं।
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग बदलने का कारण | Reason for the change in the color of the sun at sunrise and sunset
सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय सूर्य की किरणें पृथ्वी के वायुमंडल में अधिक दूरी तय करती है जिसके कारण सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन हो जाता है सूर्य की रोशनी को हवा, धूल, और अन्य अणुओं से अधिक बार टकराना पड़ता है। चूँकि लाल रंग का प्रकीर्णन बहुत कम होता है अतः हमें सूर्य लाल रंग का दिखता है।

जब यह रोशनी हवा के अणुओं और धूल के कणों से टकराती है, तो विभिन्न रंगों की रोशनी का आवांटन होता है। आपने जरूर सुना होगा कि विभिन्न रंगों की रोशनी की तरंगांक (wavelength) अलग-अलग होती है। नीली रोशनी की तरंगांक सबसे कम होती है, इसलिए यह अधिक आवांटित होती है, जबकि लाल रोशनी की तरंगांक अधिक होती है, इसलिए यह कम आवांटित होती है।
यदि हम सूर्य की दिशा में देखें, तो हमें लाल और भूरे रंग की रोशनी दिखती है क्योंकि यह रंग बाकी रंगों की अपेक्षा कम आवांटित होते हैं।
सूर्य के प्रकाश की गति
वैज्ञानिकों द्वारा माना जाता है कि सूर्य के प्रकाश की गति 3 लाख किलोमीटर है या 3×10 की पावर 8 मीटर प्रति सेकंड है। और सूर्य के प्रकाश को हमारी पृथ्वी पर पहुंचने में 8 मिनट 20 सेकंड का समय लगता है जब सूर्य 1 किलोमीटर की दूरी तय करता है तो सूर्य को 0.0000033 सेकेंड का समय लगता है।
सूर्य के कितने रंग होते हैं
नमस्कार दोस्तों हम आपको सूर्य के रंगों को याद करने के लिए एक आसान विधि बताएंगे जिससे आपको जल्दी याद होने में सहायता मिलेगी। तो चलिए देखते हैं इस विधि को।
जो हमारा सूर्य होता है उसका प्रकाश सात रंगों में विभाजित होता है जैसे हम आमतौर पर इसे विबग्योर (VIBGYOR )भी कहते हैं
- V – Violet – बैंगनी
- I – Indigo – इंडिगो
- B – Blue – नीला
- G – Green – हरा
- Y – Yellow – पीला
- O – Orange – नारंगी
- R – Red – लाल
सूर्य का हमारे जीवन में क्या महत्व है
सूर्य का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है क्योंकि हमें सूर्य से विटामीन डी भी प्राप्त होता है। जिस कारण हमारे शरीर में विटामीन डी की कमी नहीं होती है और कई प्रकार के रोगों को दूर भी करते हैं और सूर्य के प्रकाश से पेड़-पौधे भी प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया करके अपना भोजन बनाते हैं इस कारण सूर्य का हमारे जीवन में एक बहुत बड़ा महत्व रखता है ।
सूर्योदय और सूर्यास्त से संबंधित प्रश्नोत्तरी | FAQ related to Sunrise and Sunset
1. सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य क्यों लाल दिखता है?
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, सूर्य की रोशनी हमें बहुत वाक्यिक पथ से पहुँचती है, जिसके कारण यह रोशनी हवा के अणुओं और धूल के कणों से अधिक बार टकराती है। नीली और वायलेट रंग की रोशनी की तरंगांक सबसे कम होती है, जिसके कारण यह अधिक आवांटित होती है। वहीं, लाल रंग की रोशनी की तरंगांक अधिक होती है, इसलिए यह कम आवांटित होती है। इसलिए, सूर्य की रोशनी लाल या भूरी दिखती है।
2. क्या सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य का आकार बदलता है?
नहीं, सूर्य का आकार नहीं बदलता। हमें यह बदलता हुआ दिखाई देता है क्योंकि हमारी धरती की सतह के सापेक्ष सूर्य का स्थान बदलता रहता है। जैसे-जैसे धरती अपने धुरी के चारों ओर घूमती है, सूर्य का स्थान भी बदलता रहता है, जिसके कारण सूर्य का आकार बदलता हुआ दिखाई देता है।
3. क्या सूर्योदय और सूर्यास्त के समय तापमान में अंतर आता है?
हाँ, सूर्योदय और सूर्यास्त के समय तापमान में अंतर आता है। सूर्योदय के समय, जब सूर्य की किरणें हमारी धरती की सतह पर पड़ती हैं, तो यह किरणें धरती की सतह को गर्म करती हैं। जब सूर्य समुद्रतल से ऊपर उठता है, तो धरती का तापमान बढ़ना शुरू होता है। वहीं, सूर्यास्त के समय, जब सूर्य अस्त होता है, तो धरती का तापमान कम होता है।