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पवन ऊर्जा के फायदे तथा नुकसान।

पवन ऊर्जा क्या है? | Pawan urja kya hai

पवन शक्ति से अर्थ है, पवन ऊर्जा ( wind power ) को अन्य उपयोगी ऊर्जा में परिवर्तित करना। पवन ऊर्जा परिवर्तन के सिद्धान्त पर ही कई महत्त्वपूर्ण यंत्र कार्य करते हैं जैसे- पवन टरबाईन बिजली उत्पन्न करने में (wind turbine to generate electricity) प्रयोग ली जाती है।

पवन मिल यांत्रिक शक्ति (mechanical Power) उत्पन्न करने में, व पवन पम्प, जल की पम्पिंग व निकासी में सहायक होता है। पवन ऊर्जा पारम्परिक ऊर्जा के विकल्प के तौर पर अत्यधिक प्रभावी स्त्रोत है क्योंकि यह बहुलता में पाया जाने वाला, स्वच्छ व प्रदूषण न फैलने वाला स्रोत है।

पवन ऊर्जा के फायदे तथा नुकसान।
पवन ऊर्जा के फायदे तथा नुकसान।

पवन ऊर्जा के लाभ (Advantages of Wind Energy)

  • पवन ऊर्जा एक स्वच्छ ऊर्जा स्त्रोत है।
  • पवन ऊर्जा एक सस्ता नवीनीकरण ऊर्जा स्त्रोत है।
  • पवन ऊर्जा के कारण हरित गृह, अम्लीय वर्षा आदि प्रदूषण उत्पन्न नहीं होते हैं।
  • पवन टरबाईनों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है क्योंकि वहां सर्वोत्तम पवन क्षेत्र होता है जिसके परिणामस्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है व गांव का आर्थिक विकास होता है।
  • पवन ऊर्जा संयंत्रों में ईंधन की आवश्यकता नहीं होती है।

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पवन ऊर्जा की हानियां (Disadvantages ofwind Energy)-

  • पवन ऊर्जा पारम्परिक ऊर्जा स्त्रोतों के अपेक्षा ज्यादा महंगा होता है। हालांकि पवन ऊर्जा के मूल्य पिछले 10 साल में काफी कम हो गए है, परन्तु इस तकनीक में आरम्भिक लागत काफी अधिक होती है।
  • पवन ऊर्जा का दूसरा सबसे बड़ा अलाभ यह है कि पवन हमेशा एक समान नहीं बहती। यह कभी अधिक तो कभी अल्प होती है। इसलिए विद्युत निर्माण की प्रक्रिया भी निरन्तर नहीं हो पाती।
  • पवन ऊर्जा को संग्रहित नहीं किया जा सकता बैट्रियों के अलावा इसलिए यह विद्युत आपूर्ति को समय पर पूरा नहीं कर पाता।
  • पवन ऊर्जा के प्राप्ति के लिए उत्तम क्षेत्र अक्सर शहरों से स्थित होते हैं। विद्युत की आवश्यकता सर्वाधिक शहरी क्षेत्र में ही होती है। इसलिए विद्युत आपूर्ति में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • पवन ऊर्जा के निर्माण के लिए भूमि की आवश्यकता अनिवार्य है किन्तु भूमि के अन्य आवश्यकताएं पवन ऊर्जा के निर्माण से भी महत्त्वपूर्ण होते हैं। इसलिए पवन ऊर्जा के लिए भूमि का मिलना एक कठिन कार्य है।
  • उपरोक्त अलाभों के अलावा पवन ऊर्जा संयंत्र उत्पन्न शोर, दर्शनीय प्रभाव आदि समस्थाएं भी उत्पन्न होती है।

इन्हें भी पढ़ें: संसाधन किसे कहते है? प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?

प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)

पवन ऊर्जा किसे कहते हैं।

पवन शक्ति से अर्थ है पवन ऊर्जा को अन्य उपयोगी ऊर्जा में परिवर्तित करना। पवन ऊर्जा परिवर्तन के सिद्धान्त पर ही कई महत्त्वपूर्ण यंत्र कार्य करते हैं जैसे-पवन टरबाईन बिजली उत्पन्न करने में प्रयोग ली जाती है।
पवन ऊर्जा उस प्रक्रिया का वर्णन करती है जिसके द्वारा बिजली का उत्पादन करने के लिए पवन का उपयोग किया जाता है। पवन टर्बाइन हवा में मौजूद गतिज ऊर्जा को यांत्रिक शक्ति में परिवर्तित करते हैं। पवन ऊर्जा ऊर्जा का एक अक्षय स्रोत है जो हवा में कुल शक्ति को निर्धारित करता है।

पवन ऊर्जा का एक लाभ बताइए

पवन टरबाईनों का निर्माण ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाता है क्योंकि वहां सर्वोत्तम पवन क्षेत्र होता है जिसके परिणामस्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है व गांव का आर्थिक विकास होता है।

पवन ऊर्जा क्या है और यह कैसे काम करती है?

पवन टरबाइन एक सरल सिद्धांत पर काम करते हैं: हवा बनाने के लिए बिजली का उपयोग करने के बजाय – पंखे की तरह – पवन टरबाइन बिजली बनाने के लिए हवा का उपयोग करते हैं। पवन टरबाइन के प्रोपेलर जैसे ब्लेड को रोटर के चारों ओर घुमाता है, जो एक जनरेटर को घुमाता है, जिससे बिजली पैदा होती है।

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