परमाणु के नाभिक की खोज किसने व कैसे की।
परमाणु के नाभिक की खोज सन् 1911 में रदरफोर्ड ने की। इसके लिए उसने एक प्रयोग किया जो रदरफोर्ड का प्रकीर्णन प्रयोग कहलाता है। अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 1911 में परमाणु के नाभिक की खोज की थी।
रदरफोर्ड का प्रकीर्णन प्रयोग
(1911 ई ०) ने परमाणु की आन्तरिक संरचना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने हेतु स्वर्ण धातु की पतली पन्नी (0.0004 सेमी मोटी) पर ऐल्फा – कणों की बमबारी का प्रयोग किया।
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इस प्रयोग में रदरफोर्ड ने स्वर्ण धातु की पन्नी को रेडियोऐक्टिव तत्व पोलोनियम से निकलने वाले (ऐल्फा) कणों एवं जिंक सल्फाइड के प्रतिदीप्तिशील पर्दे के बीच में रखा तथा एक माइक्रोस्कोप के द्वारा ऐल्फा – कणों के पर्दे पर गिरने से विभिन्न स्थानों पर उत्पन्न चमक की जाँच की। इस प्रयोग से उन्होंने निम्नलिखित प्रेक्षण प्राप्त किए।

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- परमाणु के अन्दर अधिकांश स्थान रिक्त है – अधिकतर a- कण धातु की पन्नी से पार होकर सीधी रेखा में चले गए। इससे यह सिद्ध होता है कि परमाणु में अधिकांश स्थान खाली या रिक्त है।
- परमाणु में धनावेशित भाग है – कुछ ऐल्फा किरणें धातु की पन्नी से टकराकर विक्षेपित हो जाती हैं। इससे यह सिद्ध होता है कि परमाणु के केन्द्र में एक धनावेशित भाग है , जो कि अति सूक्ष्म स्थान घेरे हुए है। परमाणु के इस केन्द्रीय भाग को , जिसमें परमाणु का कुल धनावेश और लगभग समस्त द्रव्यमान संकेन्द्रित होता है , नाभिक (nucleus) कहते हैं।
रदरफोर्ड एंड द डिस्कवरी ऑफ द एटॉमिक न्यूक्लियस। 1909 में, अर्नेस्ट रदरफोर्ड के छात्र ने रदरफोर्ड द्वारा सौंपे गए एक प्रयोग से कुछ अप्रत्याशित परिणामों की सूचना दी। रदरफोर्ड ने इस खबर को अपने जीवन की सबसे अविश्वसनीय घटना बताया।
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प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)
परमाणु की खोज किसने और कब की?
अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने 1911 में परमाणु के नाभिक की खोज की थी।
परमाणु के नाभिक का पता लगाने वाले वैज्ञानिक कौन थे?
परमाणु का धनावेश व द्रव्यमान एक अति अल्प क्षेत्र में केन्द्रित होता है। रदरफोर्ड ने इसे ‘नाभिक’ कहा। रदरफोर्ड ने यह कहा कि नाभिक के चारो ओर इलेक्ट्रॉन वृत्ताकार कक्षाओ में जिन्हे कक्षा कहा गया। इन कक्षाओ में इलेक्ट्रॉन बहुत तेजी से घूमता हैं।
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रदरफोर्ड का प्रकीर्णन प्रयोग रदरफोर्ड बताइए।
(1911 ई ०) ने परमाणु की आन्तरिक संरचना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने हेतु स्वर्ण धातु की पतली पन्नी (0.0004 सेमी मोटी) पर ऐल्फा – कणों की बमबारी का प्रयोग किया।
नाभिक की खोज के कारण क्या हुआ?
परमाणु के थॉमसन के “प्लम पुडिंग मॉडल” का परीक्षण करने के अर्नेस्ट रदरफोर्ड के प्रयासों के परिणामस्वरूप, 1911 में नाभिक की खोज की गई थी। इलेक्ट्रॉन की खोज पहले ही जे.जे. थॉमसन। … इसने सकारात्मक चार्ज और द्रव्यमान के घने केंद्र वाले परमाणु परमाणु के विचार को सही ठहराया।
रदरफोर्ड की खोज क्या है?
अर्नेस्ट रदरफोर्ड को रेडियोधर्मिता और परमाणु के अपने अग्रणी अध्ययन के लिए जाना जाता है। उन्होंने पाया कि यूरेनियम से आने वाले विकिरण दो प्रकार के होते हैं, अल्फा और बीटा कण। उन्होंने पाया कि परमाणु में ज्यादातर खाली जगह होती है, जिसका द्रव्यमान एक केंद्रीय धनात्मक आवेशित नाभिक में केंद्रित होता है
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