
ओमिक्रॉन वायरस भी कोरोना की डर से इस वाइरस से काफी लाेग डरे हुए है। तथा यह वाइस ओमिक्रॉन धीरे-धीरे फैल रहा है। तथा इस वायरस की संक्रमण गति तेज है तथा यह वाइरस आदमी में काफी तेजी से फैल रहा है।
तथा यह वायरस सबसे पहले भारत देश के महाराष्ट्र राज्य में देखने काे मिला है। तथा इसकी संरचना कराेना वाइरस से काफी अलग देखनाे काे मिली है तथा इस संरचना की पहचान सबसे पहले डॉक्टरों द्वारा कंप्यूटर लैब में देखा गया हैं।
इसका प्रभाव सबसे ज्यादा 46 से 66 आयु वर्ग के लोगों पर देखने को मिला है तथा दुनिया भर के डॉक्टर इस वायरस के पीछे रिसर्च में लगे हैं। जैसे आपको पता होगा कोरोनावायरस हुवान शहर से हुआ था।
उसी प्रकार करोना की तरह लोगों को इस प्रकार का डर लग रहा है। ओमिक्रॉन वाइरस भी कई बड़ा रूप भी ना लें , इससे गरीब परिवार में काफी प्रभाव पड़ रहा है, अगर फिर से लॉकडाउन होता है तो देश में काफी मुसीबत आ सकती है।
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ओमिक्रॉन (s gen) वाइरस

ओमिक्रॉन (s gen) वाइरस भी कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि फिलहाल ओमिक्रॉन (Omicron) की जांच के लिए जरूरी किट का विकास किया जा रहा है. तब तक जीनोम सिक्वेंसिंग का सहारा लेना पड़ेगा. इसकी जांच के लिए किट में RNaseP और बीटा एक्टिन की जरूरत होगी, जैसे ही S Gene टारगेट फेल्योर (SGTF) का पता चलेगा, यानी वायरस के वैरिएंट की बाहरी परत पर मौजूद S Gene की गैर-मौजूदगी की जानकारी होगी, तुरंत यह पता चल जाएगा कि यह ओमिक्रॉन (Omicron) वैरिएंट
ओमिक्रॉन वाइरस के लक्षण
- अगर किसी व्यक्ति को बुखार आना हैं।
- थकान महसूस हाेना
- सूखी खांसी हाेना ,
- अगर किसी व्यक्ति के गले में दर्द होना ,
- गले में खराश हाेना भी इसका मुख्य कारण हैं।
हर कोई व्यक्ति कोई काम कर रहा है तथा उसे काम करने में थकान महसूस होती है यह भी इसका मुख्य कारण है।, अगर आपका शरीर मैं बहुत दर्द हो रहा है या मांसपेशियों में दर्द की सिखायत हैं ताे यह भी ओमिक्रॉन वाइरस का मुख्य कारण है। तथा डॉक्टर की सलाह लें
ओमिक्रॉन वाइरस के उपाय
- वह डॉक्टर की सलाह लें,
- बार-बार अपने हाथ को साबुन से धाेएं।,
- खांसते और छिकते समय रुमाल और टिसू प्रयोग करें अगर आपको किसी प्रकार का डाउट ताे डॉक्टर को दिखाएं
- भीड़ भाड़ वाली जगह पर ना जाए, इससे आपकाे और दूसरे की जिंदगी पर काफी लाभ मिल सकता है।,
- अपने आंख नाक कान छूने से पहले हाथ धो ले, अगर आप किसी जगह पर जातें हाे ताे सेनाटाइजर का प्रयोग करें।
- डॉक्टर की सलाह लें
- बिना किसी दवा को देखें उसका प्रयोग ना करें
ओमिक्रॉन वाइरस से प्रभावित देश हाल

ओमिक्रॉन वायरस से काफी देश इससे प्रभावित है। तथा सभी देशों को यह डर सता रहा है क्या कि हमारी अर्थव्यवस्था पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा। और और बेरोजगारी दर भी काफी पड़ जाएगी। तथा इससे देश की मुद्रा काफी प्रभाव देखने को मिलेगा। तथा इस वायरस से मध्य मार्ग में गरीब वर्ग पर काफी प्रभाव पड़ता है।
ओमिक्रॉन वाइरस किन-किन देशों में पहुंचा
- ओमिक्रॉन वायरस सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में देखने को मिला तथा यह वायरस कोरोनावायरस से काफी अलग है। तथा वायरस डॉक्टर के द्वारा लैब में देखा गया। ओमिक्रॉन वाइरस अभी तक दक्षिण अफ्रीका देश में देखने को मिला तथा इसका प्रभाव अभी दक्षिण अफ्रीका में उतना नहीं है। क्योंकि दक्षिण अफ्रीका अपने देश में काफी प्रकार के मेडिकल सलाह दें रही हैं। और और अपने देशवासियों को मीडिया के जरिए घर में रहने के लिए बोल रही है
- बाेत्सवाना देश में भी ओमिक्रॉन वाइरस की चपेट में आ गया है। तथा वहाँ की सरकार अपने देशवासियों के लिए सभी प्रकार के सुविधाएं जुटाने का प्रयास कर रही है। बाेत्सवाना देश ओमिक्रॉन वायरस अभी उतना नहीं है।
- इजराइल देश में ओमिक्रॉन वाइरस के अभी तक 100 केस मिले हैं। तथा यह देश इस वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने में लगी है। जिससे अपने देश पर इसका प्रभाव कम करने में लगी हैं
अन्य देश
बेल्जियम, यूके, जर्मनी, इटली, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया ,नीदरलैंड, चैक रिपब्लिकन, अमेरिका ,भारत, में अभी उतना कहर नहीं है। तथा जो देश काफी सचेत हो गए हैं। तथा इन्होंने अपने देश पर बाहर से आने वाले लोगों पर काफी रोक लगा दी है। तथा आने जाने में भी 14 दिन का कोरेंटिन करने का फैसला लिया है।