Hubstd.in

Big Study Platform

  • Home
  • /
  • Uttarakhand Tourism
  • /
  • देवरिया ताल का इतिहास | देवरिया ताल कहां स्थित है?
No ratings yet.

देवरिया ताल का इतिहास | देवरिया ताल कहां स्थित है?

देवरिया ताल
देवरिया ताल

देवरिया ताल भारत देश के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जनपद के उखीमठ तहसील में स्थित है जो की रुद्रप्रयाग जनपद से फोन 49 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। और उखीमठ से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो समुद्र तल से 2438 मीटर की ऊंचाई यह झील स्थित है।

माना जाता है कि देवरिया ताल चारों तरफ से बर्फ से ढंके पहाड़ और हरे-भरे मैदान से घीरा हुआ है। इनके अतिरिक्त यहाँ झील में आकर्षण चौखम्बा पीक का प्रतिबिम्ब दिखाई देता है। जो वास्तव में देखने योग्य है। देवरिया ताल में सुंदरा नजारें दिखाई देता हैं।

देवरिया ताल के आस पास यहाँ पर यहाँ पर चोपता तुंगनाथ भी यहाँ पर देखने याेग्य है। यहाँ पर शीतकालीन यहां पर बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच बहुत आनंद आता है। जब यहाँ पर सुबह-सुबह में देवरिया ताल झील का देखने में बहुत आनंद आता है।और रास्ते में आप सुन्दर प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द लेते हुये आगे का सफ़र तय करेंगे, ट्रेकिंग लगभग 2-3 किमी है जो की अत्यन्त मनोरम है ।

देवरिया ताल का इतिहास 

माना जाता है कि  प्राचीन समय में देवरिया ताल में महाभारत काल की एक बड़ी कथा जुडी हुई है। जब पांडव वनवास गये थे। तब जंगल में भटकते भटकते उन्हें एक बार पानी की बहुत प्यास लगी हुयी थी। जब पांडव पानी पीने के लिए एक तालाब के निकट आ जाते हैं। तब उस सराेवर से कुछ आवाज है ठहराें पहले मेरे कुछ प्रश्न के उत्तर दाे परन्तु वह काेई  ना सुना उस की आवाज काे पांडव एक,एक भाई ने भाइयो द्वारा सही उत्तर न देने पर वे मुर्छित हो जाते हैं जिसके बाद युधिष्ठिर अपने भाइयो की खोज में आते हैं।

जहाँ उन्हें सभी भाई मुर्छित अवस्था में मिलते हैं जिसे देख वे अत्यतं दुखी हो जाते हैं |इसके बाद युधिष्ठिर की भेंट यक्ष महाराज से होती है तथा यक्ष द्वारा वचन देने पर की यदि युधिष्ठिर द्वारा उनके सभी प्रश्नों का सही उत्तर दे दिया जाय तो यक्ष उनके सभी भाइयो को जीवित कर देंगे |

इन्हें भी पढ़ें :-चोपता तुंगनाथ मंदिर कहॉं स्थित है?

देवरिया ताल
देवरिया ताल

देवरिया ताल का प्राकृतिक सौंदर्य

देवरिया ताल में छोटे- छोटी से घास के मैदान है। और वहाँ पर किस्मत किस्मत की मछलियां पाई जाती है। तथा वहां पर ताल के साथ हरे-भरा जंगल में दिखाई देता है। तथा वहां पर खुले आसमान की तरह कई प्रकार के बादल भी दिखाई देते हैं। तथा वहां पर हजारों की संख्या में है लोग देखने के लिए आते हैं। तथा वहां का नजारा दिख कर  अपने आप में बहुत फील महसूस करोगे। तथा वहां पर किस्म किस्म के पक्षियों भी दिखाई देंगे। तथा यहां पर फरवरी-मार्च में बर्फ पडती रहती हैं।

देवरिया ताल में रहने की व्यवस्था

देवरिया में रात में रहने के लिए टेंट में की  व्यवस्था भी अपने आप लानी पडती है। तथा वहां पर किसी प्रकार के व्यवस्था नहीं है। तथा वहां पर खाने की व्यवस्था भी उपलब्ध है। यहाँ रात भर के शिविर की नीरवता में आप प्रकृति से बेहतरीन ढंग से एकांत हो सकता हैं। तथा वहां पर लाइट की व्यवस्था भी नहीं है। क्योंकि वहां पर जंगल में होने के कारण इतनी सुविधा नहीं मिल पाती है।

मान्यता के अनुसार

देवरिया ताल
देवरिया ताल

देवरिया ताल का अपना धार्मिक महत्व भी है। लोगों का मानना है कि इस झील में देवता स्नान किया करते थे। इस झील को पुराणों में ‘इंद्र सरोवर’ के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि पांडवों के वनवास के दौरान उनसे सवाल पूछने वाले ‘यश’ इसी झील में रहता है। यश यहां प्राकृतिक खजानों और वृक्षों की जड़ों की रक्षा करता है।

एक अन्य मान्यता के अनुसार यहां पर बाणासुर की पोती ऊषा और भगवान श्री कृष्णा का पोता अनिरुद्ध जल क्रीडा करने के लिए आया करते थे। हर साल जन्माष्टमी के मौके पर यहां पर मेले का आयोजन किया जाता है। लोगों की आस्था है कि प्राचीन समय में इस स्थान पर सच्चे मन से प्रार्थना करने वाले को ही नाग देवता दर्शन देते थे। इसके अलावा देवरिया ताल को लेकर यह भी कहा जाता है कि इस ताल के नीचे सात छोटी-छोटी नदियां ताल के ऊपर आती हैं।

देवरिया ताल के लिए रास्ता

देवरिया ताल से में काेई हवाई सेवा उपलब्ध नहीं हैं। जबकि  देहरादून से  माेटर मार्ग से लगभग (215) किलो० मीटर की दूरी पर स्थित है। तथा यहाँ पर रेलवे की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि यहां पर अब रेलवे का काम स्टार्ट हो गए हैं । तथा चार पॉंच साल के उपरांत यहां पर रेलवे का पूरा हाे जाएगा । देवरिया ताल सड़क मार्ग द्वारा उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। पर्यटक दिल्ली से ऋषिकेश, देव प्रयाग, श्रीनगर, रूद्र प्रयाग, उखीमठ होते हुए देवरिया ताल तक पहुंच सकते हैं।

इन्हें भी पढ़ें:-विश्वनाथ मंदिर कहां स्थित है?

downlaod app