देश का आर्थिक विकास | कक्षा-10 साहित्यिक गद्यांश (450 से 700 शब्द
देश का आर्थिक विकास-
उद्योग किसी देश की अर्थव्यवस्था तथा वहाँ के निवासियों के जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करते हैं। औद्योगीकरण से देश की अर्थव्यवस्था का विकास होता है। उद्योगों द्वारा लोगों के दैनिक जीवन में काम आनेवाली वस्तुओं का निर्माण किया जाता है और उद्योग लोगों की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
उद्योग जीवन के लिए अनेक प्रकार की सुख-सुविधाएँ जुटाकर हमें एक समृद्ध और सुखी जीवन व्यतीत करने में सहयोग देते हैं। किसी देश के निवासियों का जीवन स्तर काफी सीमा तक उस देश के औद्योगिक विकास पर निर्भर करता है। उद्योगों के द्वारा निर्मित सामग्री का विदेशों को निर्यात कर विदेशी मुद्रा कमाई जा सकती है, जिससे राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है।
उद्योगों से लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं, जिससे वे अपना जीवन निर्वाह करने में समर्थ हो पाते हैं। कृषि की दृष्टि से हमारा अतीत अत्यन्त गौरवशाली रहा है, परन्तु औद्योगिक विकास की दृष्टि से हम बहुत लम्बे समय तक पिछड़े रहे हैं। स्वतन्त्रता प्राप्ति के उपरान्त देश की उन्नति के लिए औद्योगिक विकास की आवश्यकता अनुभव की गई।
फलतः पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से देश में उद्योगों के विकास पर विशेष बल दिया गया, लेकिन उद्योगों के साथ-साथ कृषि विकास पर भी पूर्ण ध्यान दिया गया; क्योंकि कृषि एवं उद्योग दोनों ही अपने विकास के लिए एक-दूसरे पर आश्रित हैं।
यदि कृषि ने अनेक उद्योगों के लिए कच्चा माल सुलभ कर उद्योगों के लिए सुदृढ़ आधार प्रदान किया है तो दूसरी ओर उद्योगों ने भी इसके बदले में कृषि उपजों में वृद्धि करने में भारी योगदान किया है।
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कृषि में उर्वरकों, कीटनाशकों, नए-नए हलों, ट्रैक्टरों, थ्रेसरों, हार्वेस्टरों तथा बिजली एवं डीजल के उपयोग ने कृषि क्षेत्र को उन्नति की ओर अग्रसरित किया है। वास्तव में आज कृषि एवं उद्योग एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। कृषि एवं उद्योग दोनों का साथ विकास होने से देश में आर्थिक विकास की गति तीव्र होती है जिससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार होता है।
प्रश्न: (क) उद्योग किसकी पूर्ति करते हैं?
प्रश्न: (ख) किसी देश के निवासियों का जीवन स्तर किस पर निर्भर है?
प्रश्न: (ग) स्वतन्त्रता के उपरान्त उद्योगों के विकास हेतु क्या किया गया?
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प्रश्न: (घ) देश के आर्थिक विकास की गति कैसे तीव्र हो सकती है?
प्रश्न: (ङ) उपर्युक्त गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक लिखिए।
उत्तर: (क) उद्योग लोगों के दैनिक जीवन में काम आनेवाली वस्तुओं का निर्माण करके उनकी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं।
उत्तर: (ख) किसी देश के निवासियों का जीवन स्तर काफी सीमा तक उस देश के औद्योगिक विकास पर निर्भर करता है।
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उत्तर: (ग) स्वतन्त्रता प्राप्ति के उपरान्त उद्योगों के विकास हेतु पंचवर्षीय योजनाओं में उन पर विशेष जोर दिया गया।
उत्तर: (घ) कृषि एवं उद्योग दोनों का साथ विकास होने से देश के आर्थिक विकास की गति तीव्र हो सकती है।
उत्तर: (ङ) ‘अर्थव्यवस्था और जीवन-स्तर‘, ‘देश का आर्थिक विकाक’, ‘आर्थिक विकास एवं जीवन-स्तर‘।
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