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कंप्यूटर, आज की आवश्यकता पर निबंध।

आज की इस दुनिया में कम्प्यूटर सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आई क्रान्ति के कारण सूचनाओं की प्राप्ति और इनके संचार के संसाधनों में तेजी आई है। आज के कम्प्यूटर वस्तुत:कृत्रिम बुद्धि (AI) वाले जड़ मशीनी-मानव हैं। कम्प्यूटर (Computer) ने विज्ञान के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) का आयाम जुड़ने से हुई प्रगति ने हमें अनेक प्रकार की सुविधाएँ प्रदान की हैं।

इनमें मोबाइल फोन तथा इण्टरनेट (Internet) का विशेष स्थान है। कंप्यूटर (Computer) से जहाँ कार्य करने में समय कम लगता है वहीं इसके प्रयोग से मानव-श्रम में भी कमी आई है। यही कारण है कि दिन-प्रतिदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। पहले इनका प्रयोग कुछ सरकारी संस्थानों तक ही सीमित था लेकिन आज इनका प्रयोग घर-घर में होने लगा है।

कंप्यूटर, आज की आवश्यकता पर निबंध।
कंप्यूटर, आज की आवश्यकता पर निबंध।

कम्प्यूटर का विकास –

सबसे पहले आदिमानव अपने हाथ की उँगलियों की सहायता से गणना करता थे। विकास के अनुक्रम में फिर उसने कंकड़ों द्वारा, रस्सी में गाँठ बाँधकर तथा छड़ी पर निशान लगाकर गणना करना आरम्भ किया। करीब दस हजार वर्ष पूर्व, अबेकस ( abacus ) नाम की मशीन का आविष्कार किया गया।

इसका प्रयोग गिनती करने तथा संक्रियाएँ हल करने यान्त्रिक कैलकुलेटर का उद्गम दो गणितज्ञों ब्लेज पास्कल और के लिए किया जाता था। गॉट फ्राइड विलहेम के कार्यों में खोजा जा सकता है। चार्ल्स बेवेज (Charles Babbage) ने जॉन नेपियर द्वारा खोजे गए लघुगणक अंकों (logarithmic numbers) को समाहित कर सकनेवाली ‘ऑल परपज कैलकुलेटिंग मशीन’ बनाने का विचार किया चौथे दशक में आरम्भ था। आधुनिक कम्प्यूटर क्रान्ति 20 वीं सदी हुई।

सन् 1904 ई० में खोजे गए thermionic को वैज्ञानिक विन विलयम्स ने सन् 1931 ई ० में गणक-यन्त्र के रूप में उपयोगी पाया था। हावर्ड एकेन द्वारा निर्मित ‘Howard Mark’ नाम का कम्प्यूटर, दुनिया का पहला डिजिटल कम्प्यूटर था। इसमें इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिकल यन्त्रों का प्रयोग किया गया था।

इस कम्प्यूटर को सन् 1944 ई ० में ‘इण्टरनेशनल बिजनेस मशीन ‘(IBM = International Business Machines) नामक फर्म और’ हावर्ड विश्वविद्यालय’ ने मिलकर विकसित किया था। सन् 1946 ई० में विश्व का पहला पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कम्प्यूटर बना। इसमें दस अंकोंवाली बीस संख्याओं को संचित किया जा सकता था। इसकी कार्य करने की गति बहुत तेज थी। चार्ल्स बेवेज को कम्प्यूटर का आविष्कर्त्ता माना जाता है।

अब कम्प्यूटर में बहुत तरह के बदलाव आ गए हैं। कम्प्यूटर के कार्य करने की गति इतनी तीव्र हो गई है कि वह किसी भी गणना को करने में सेकण्ड का दस ट्रिलियन भाग जितना समय लेता है। इसके अलावा इससे अन्य कई तरह के कार्य भी लिए जा सकते हैं।

कम्प्यूटर की उपयोगिता या लाभ –

भारत में प्रारम्भ में कम्प्यूटरों का उपयोग काफी सीमित था। वर्तमान में बैंक, अस्पताल, प्रयोगशाला, अनुसन्धान केन्द्र, विद्यालय सहित ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहाँ कंप्यूटर का प्रयोग न किया जा रहा हो। आज कम्प्यूटर (Computer) का चलना एक महत्त्वपूर्ण साधन बन गया है।

कम्प्यूटर नेटवर्क के माध्यम से देश के प्रमुख स्थानों को एक-दूसरे के साथ जोड़ दिया गया है। भवनों, मोटर गाड़ियों, हवाई जहाजों आदि के डिजाइन तैयार करने में ‌कम्प्यूटर (Computer) का व्यापक प्रयोग हो रहा है। अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में तो कम्प्यूटर ने अद्भुत कार्य कर दिखाया है।

इसके माध्यम से करोड़ों मील दूर अंतरिक्ष ( space ) के की तस्वीर ली जा रही हैं। इन चित्रों का विश्लेषण भी कंप्यूटर द्वारा ही किया जा रहा है।

उपसंहार-

कम्प्यूटर (Computer) चाहे तो कम समय में मनुष्य से अधिक कार्य कर ले और वह भी बिना किसी परेशानी के, लेकिन उसे मानव–के मस्तिष्क से तेज नहीं माना जा सकता; क्योंकि जिसने कंप्यूटर का आविष्कार किया वह मानव ही है। इसलिए मानव कम्प्यूटर से श्रेष्ठ है। कम्प्यूटर उपयोगी होते हुए भी है।

तो मशीन ही मशीन मानव के समान संवेदनशील नहीं हो सकती। मानव को कम्प्यूटर (Computer) को एक सीमा तक ही प्रयोग में लाना चाहिए। मनुष्य स्वयं निष्क्रिय न बने, बल्कि वह स्वयं को क्रियात्मक बनाए रखे तथा अपनी क्षमता को सुरक्षित रखे।

चाहे कम समय में मानव से अधिक कार्य कर ले और वह भी बिना किसी त्रुटि के, लेकिन उसे मानव – मस्तिष्क से तेज नहीं माना जा सकता; क्योंकि कंप्यूटर (Computer) का आविष्कार करनेवाला मानव ही है। इसलिए मानव कम्प्यूटर से श्रेष्ठ है। कम्प्यूटर उपयोगी होते हुए भी है।

प्रश्न ओर अत्तर (FAQ)

कंप्यूटर के क्या लाभ है-

भारत में प्रारम्भ में कंप्यूटरों (Computers) का उपयोग काफी सीमित था। वर्तमान में बैंक, अस्पताल, प्रयोगशाला, अनुसन्धान केन्द्र, विद्यालय सहित ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहाँ कंप्यूटर (Computer) का प्रयोग न किया जा रहा हो।

कंप्यूटर की खोज किसने की (founder of computer)-

चार्ल्स बेवेज (Charles Babbage) को कंप्यूटर (Computer) का आविष्कर्त्ता माना जाता है।

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