नमस्कार दोस्तों। मेरा नाम साक्षी है। और मैं आज आपको अपने इस लेख से यह जानकारी दूंगी कि अपरा क्या होता है और अपरा के विभिन्न कार्यों का उल्लेख आपको हमारे इस लेख में निम्नलिखित देखने को मिलेगा। और आशा करती हूं कि हमारे इस लेख से आपको काफी जानकारियां प्राप्त हो।
अपरा (placenta) क्या है?
स्तनियो में संतान का विकास अर्थात उत्पन्न संतति का विकास गर्भाशय में होता है। तथा विकासशील संतति माता के गर्भाशय में जिस संरचना से संबंधित रहता है उसे अपरा (placenta) कहते हैं। और अपरा का विकास मुख्य रूप से गर्भाशय भिति तथा भूर्णिय कोरिओंन (embryonic chorion) से होता है। और उत्पन्न संतति अपरा से नाभिक रज्जू (umbilical cord) के द्वारा जुड़ा होता है।

अपरा के कार्य (Functions of placenta)
अपरा के प्रमुख कार्य निम्नलिखित है-
- अपना विकसित होते संतान को पोषण प्रदान करता है।
- अपरा विकासशील संतान के उत्सर्जन में भी सहायता करता है। इसी के द्वारा वह उत्सर्जी पदार्थ को संतान के रुधिर से विसरण के द्वारा माता की रुधिर में पहुंचाता है।
- अपरा के ही द्वारा विकसित होते संतान को ऑक्सीजन (oxygen) प्राप्त होती है।
- अपरा एक चयनात्मक अवरोधक (selective barrier) की भांति भी कार्य करता है। यह माता के रुधिर से लाभदायक पदार्थों को जैसे पोषक पदार्थ, ऑक्सीजन, प्रतिरक्षी आदि को तो विकासशिल संतान के रुधिर में प्रवेश करने देता है, किंतु हानिकारक पदार्थों व जटिल प्लाज्मा प्रोटींस को विकासशील संतान में प्रवेश करने से रोकता है। लेकिन कुछ विषाणु तथा आदि रोगाणु अपरा के द्वारा ही विकासशील संतान में पहुंच जाते हैं।
- अपरा पांच हार्मोन्स का भी श्रावण करता है जो कि गर्भावस्था बनाए रखने में तथा शिशु के जन्म में सहायता करते हैं।
- चेचक, खसरा, डिफ्थीरिया आदि के एंटीबॉडीज को अपरा माता के रुधिर से उत्पन्न संतान में पहुंचाता है जिससे कि विकासशील संतान कि इन रोगों से सुरक्षा हो सके।
अपरा किस वर्ग का प्राणी है?
अपरा जिसे मुख्य रूप से प्लेसेंटा (placenta) कहा जाता है और यह यूथीरिया अधोवर्ग के प्राणियों में पाया जाता है।